रविवार, 9 अक्तूबर 2011

गम इस कदर मिला

गम इस कदर मिला के घबराकर पी गये
खुशी थोड़ी सी मिली जो मिलाकार पी गये

गम इस कदर मिला के....................


यूँ ना थे जनम से शराबी ऐ- साकी
टूटे थे मोहब्बत में खाई थी ऐसी चोट
अश्को को जो पीया तो शराबी हो गये

गम इस कदर मिला के..........................

चाहत से सीचते थे हम मोहब्बत की हर खुशी
और उनकी हर खता को हमने हँसी में भुला दिया
और वो थे बेवफा, बेवफाई निभा गये

गम इस कदर मिला के घबराकर पी गये
खुशी थोड़ी से मली जो मिलकर पी गये

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