गुरुवार, 1 अगस्त 2013

मौत आने से पेहले जीना जरुरी है

मौत आने से पेहले जीना जरुरी है 
तुझको पाने से पहले सब खोना जरुरी है 
यूँ ही नहीं हो जाती किसी की ज़िन्दगी मुकम्मल 
कुछ बन जाने से पेहले कुछ न होना जरुरी है 


हास्य कवि / शायर .. 

(जयदेव जोनवाल )

तुझको खोकर अब पाना क्या

तुझको खोकर अब पाना क्या
रात जलकर अब करार पाना क्या
बहुत तडपा हूँ, मैं तेरे लिए शहर भर की गलियों मे
अब उस खुदा के दर पर फिर मत्था टिकाना क्या


हास्य कवि / शायर . ...

(जयदेव जोनवाल )


बेवफा से वफ़ा करते रहे

बेवफा से वफ़ा करते रहे
हम खुद ही खुद से दगा करते रहे
वो यकीनन नहीं समझती थी हमें
फिर भी ना जाने क्यूँ हम उसपे लुटते रहे



हास्य कवि / शायर ..

(जयदेव जोनवाल )

चाँद टुकडो पे ईमान बदल जाता है

चाँद टुकडो पे ईमान बदल जाता है
इंसान पियादा है अपनी तरक्की के लिए



हास्य कवि / शायर ..

(जयदेव जोनवाल )

ना मौत अच्छी ना ये ज़िन्दगी अच्छी

ना मौत अच्छी ना ये ज़िन्दगी अच्छी
दिल लगाकर उससे फिर ये खुदखुशी अच्छी
ना हम जी सके ना वो मर सके
इस बेकरारी से ये जुदाई अच्छी


हास्य कवि / शायर …

(जयदेव जोनवाल )

मेरे हाल पे तुम अब बात मत करना

मेरे हाल पे तुम अब बात मत करना
करो कोई और बात
मुझपर अब तुम और वक़्त बर्बाद मत करना
मेरी  बदनामी का चर्चा है अब ज़माने भर में
अब तुम भी वही बेकार सवालात मत करना


हास्य कवि / शायर ..

(जयदेव जोनवाल )

गुरुवार, 4 जुलाई 2013

प्यार पे प्यार आया

प्यार पे प्यार आया
मुझे कल फिर उसका ख़याल आया
शायद वो भी तो सोचती होगी कभी मेरे बारें में
इसी ख्याल पर मुझको उसपर प्यार बार-बार आया


हास्य कवि / शायर ..

(जयदेव जोनवाल )

प्यार अपना जताना नहीं आता

प्यार अपना जताना नहीं आता
मुझे झूठा दिखावा नहीं आता
मैं कहूँ अगर चाँद को तेरा चेहरा
तो बता ये चाँद मेरे आगन में क्यूँ उतर नहीं आता


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

वक़्त साथ बिता निशा ढूँढता है

वक़्त साथ बिता निशा ढूँढता है 
फिर वही पुरानी जगह ढूँढता है 
जहाँ साथ हम-तुम चले थे कभी 
आज रास्ता हमको रोककर तेरा पता पूछता है 


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

है मुझको समझना तेरे हाथ में

है मुझको समझना तेरे हाथ में
है ज़ज्बात तेरे मेरी आँख में
तू समझे तो समझे तेरी बात है
मैं हूँ तन्हा समंदर प्यार की बरसात में


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

रविवार, 30 जून 2013

चोरी छुपे उसका दीदार होता है

चोरी छुपे उसका दीदार होता है
मेरा हर दिन यूँ ही बेक़रार होता है
जी भर के उसे देखूं मैं कभी, ये मेरी हसरत है
सामने उसके ना जाने क्यूँ ये वक़्त सिमटता सा लगता है



हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

इम्तेहानो से गुज़र कर मोहब्बत की तक़दीर सवरती है

इम्तेहानो से गुज़र कर मोहब्बत की तक़दीर सवरती है
सिर्फ प्यार  के नाम की दुहाई देने से कोई लैला-मजनू नहीं बन जाता


हास्य कवि / शायर ....

(जयदेव जोनवाल )

वक़्त साथ बिता निशा ढूंढ़ता है

वक़्त साथ बिता निशा ढूंढ़ता है
फिर वही पुरानी जगह ढूंढ़ता है
जहाँ साथ हम-तुम चले थे कभी
आज रास्ता हमको रोकर हमसे तेरा पता पूछता है


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

उम्र प्यार की कभी पूरी नहीं होती

उम्र प्यार की कभी पूरी नहीं होती
ये समंदर है चाहत का
इसकी दुरी जिंदगी भर तय नहीं होती
यूँ तो उसे पाना मेरे हाथ में है
मगर सिर्फ मेरे सोचने से वो मेरी नहीं होती


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

मैं जख्म अपने छुपा कर रखता हूँ


मैं जख्म अपने छुपा कर रखता हूँ
मैं तब हँसाता हूँ सबको
जब मैं खुद पेहले जी भर के रो लेता हूँ


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

सोमवार, 24 जून 2013

है मुझको समझना तेरे हाथ में

है मुझको समझना तेरे हाथ में
है ज़ज्बात तेरे मेरी आँख में
तू समझे तो समझे तेरी बात है
मैं हूँ तन्हा समंदर प्यार की बरसात में



हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

आँख के इशारे वो समझ तो गया

आँख के इशारे वो समझ तो गया
ज़रा करीब आके वो फिर सम्भल तो गया
हम कब से बैठे थे उसकी ताक में
वो आया,बैठा ,मुस्कुराया और फिर हवा हो गया


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

सच झूठ और झूठ सच नज़र आता है

सच झूठ और झूठ सच नज़र आता है 
या खुदा अब तू भी अगर जमी पे आ जाये 
तो तेरे खुद को खुदा साबित कर पाना मुश्किल है 


हास्य कवि / शायर ....

(जयदेव जोनवाल ) 

तमाम उम्र का क्या वसीला मिला मुझको

तमाम उम्र का क्या वसीला मिला मुझको
तूने कहाँ बेवफा, और दुनिया ने कहाँ पागल
अब बता क्या रह गया और कुछ पाने को


हास्य कवि / शायर ....

(जयदेव जोनवाल )

उसने पुकारा यूँ ढली शाम को

उसने पुकारा यूँ ढली शाम को
मैं आया यूँ दोड़ा अपने प्यार को
वो मेरी मोहब्बत में उसका अक्श हूँ
किया याद उसने मैं उमड़ आया हूँ आसमान को


हास्य कवि / शायर ,....

(जयदेव जोनवाल )

गुरुवार, 20 जून 2013

उजालो से डर और अंधेरो से प्यार है

उजालो से डर और अंधेरो से प्यार है 
हूँ मैं तेरा मरीज़ ..
मुझे ख़ुशी से ज्यादा तेरे दर्द में करार है 



हास्य कवि / शायर ....

(जयदेव जोनवाल )

मुफलिसी में भी मज़ा आता है

मुफलिसी में भी मज़ा आता है
और कोई अमीरी में भी मरा जाता है
कोई चैन से सो लेता है सड़क पर भी या रब
और कोई बड़े घर में मखमली बिस्तर पर भी
 करवटे बदलता रह जाता है


हास्य कवि / शायर ....

(जयदेव जोनवाल )


ज़माने भर की बुरी निगाह से बचाया जिसे

ज़माने भर की बुरी निगाह से बचाया जिसे
आज वही हमसे कहता है की
 मुझको कही तेरी नज़र लग ना जाये



हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

उसकी आँखों में मेरे लिए सवाल है

उसकी आँखों में मेरे लिए सवाल है 
और मेरे दिल में उनके जवाब है 
पर ना वो बोलता है और ना मैं बोलता हूँ 
राज़ अपने दिलो के बेशुमार है 


हास्य कवि / शायर ....

(जयदेव जोनवाल )

उन्हें हमसे दिल लगाकर दिल लगाना आया


उन्हें हमसे दिल लगाकर दिल लगाना आया
और एक हम थे जो उनके होकर
फिर कभी किसी के हो ना पाए



हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )


शनिवार, 15 जून 2013

है मुझको समझना तेरे हाथ में

है मुझको समझना तेरे हाथ में
है ज़ज्बात तेरे मेरी आँख में
तू समझे तो समझे तेरी बात है
मैं हूँ तन्हा समंदर प्यार की बरसात में



हास्य कवि / शायर ....

(जयदेव जोनवाल )

बुधवार, 12 जून 2013

माथे की सलवटे सवाल करती है

माथे की सलवटे सवाल करती है 
क्यूँ तू परेशान है इस कदर किसी के लिए 



हास्य कवि /शायर ..

(जयदेव जोनवाल )

ज़िन्दगी क्या से क्या हो गई

ज़िन्दगी क्या से क्या हो गई
तू मिली फिर जुदा हो गई
हम करे किस्से सिकवे -शिकायत
आज अपनी मोहब्बत बेवफा हो गई


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

दो वक़्त की रोटी का किस्सा है

दो वक़्त की रोटी का किस्सा है 
इंसान यूँ ही परेशान नहीं जिंदगी के लिए 



हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

ख़त दिलो के कभी दिखाया नहीं करते

ख़त दिलो के कभी दिखाया नहीं करते
है कितनी मोहब्बत हमें तुमसे
ये हम ज़माने की सामने जताया नहीं करते



हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

गुरुवार, 6 जून 2013

तेरे सवालो का जवाब देना मुश्किल है

तेरे सवालो का जवाब देना मुश्किल है
मैं अगर चुप रहूँ तो तेरा कसूरवार होता है


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

आईना लाख बुरा है, मगर सच तो दिखलाता है

आईना लाख बुरा है, मगर सच तो दिखलाता है 
तू भले लाख भला है, मगर आईने के सामने तू झूठा नज़र आता है



हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

आदमी मुश्किलों से नहीं हालात से हार जाता है

आदमी मुश्किलों से नहीं हालात से हार जाता है
लड़ तो लेता है वो दुनिया भर से मगर, वो अपनों से हार जाता है



हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

तू गई यूँ के घर सुना - सुना है

तू गई यूँ के घर सुना - सुना है
रात लड़ा मुझसे बिस्तर के तेरा हमसफ़र कहाँ है



हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

शुक्रवार, 31 मई 2013

वक़्त के साथ चलना मेरे बस की बात नहीं है


वक़्त के साथ चलना मेरे बस की बात नहीं
मगर मैं वो भी नहीं जो बैच दूँ
अपना ईमान चंद  टुकडो के लिए


हास्य कवि / शायर ...
(जयदेव जोनवाल )


गुरुवार, 30 मई 2013

चले जाएगी ये ज़िन्दगी मेरी मौत के बाद

चले जाएगी ये ज़िन्दगी मेरी मौत के बाद 
मैं जबतक हूँ जिन्दा , आ तुझको मोहब्बत कर लूँ 


हास्य कवि / शायर ..
(जयदेव जोनवाल)

तू बहुत-बहुत खुबसूरत है

तू बहुत-बहुत खुबसूरत है
ये दुनिया है तेरी , तू सबकी जरुरत है


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल)

मेरी मईयत पे ना आना, तुमको बुरा लगेगा

मेरी मईयत पे ना आना, तुमको बुरा लगेगा
देखकर मुझको कब्र में लेटा, तू  रो पड़ेगा


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

मंदिरों मस्जिदों में नहीं मिलता

मंदिरों मस्जिदों में नहीं मिलता 
सुना है खुदा हर किसी के अन्दर है 


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल)

शनिवार, 25 मई 2013

बेहतर से बेहतर की तलाश मत कर

बेहतर से बेहतर की तलाश मत कर
लोग वो भी अच्छे है, जिनमें लाख बुराइया है


हास्य कवि / शायर ....

(जयदेव जोनवाल )

ज़िन्दगी सुकून तलाश करती है

ज़िन्दगी सुकून तलाश करती है 
और मौत है जो ज़िन्दगी के इंतज़ार में है 



हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

तुम आओ , मिलो , बैठो बात करो तो दिन बनता है

तुम आओ , मिलो , बैठो बात करो तो दिन बनता है
वरना हर दिन-दिन है , आम दिन की तरहा



हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

अपनी बुराइयों को वो छुपाकर रखता है

अपनी बुराइयों को वो छुपाकर रखता है 
सुना है वो शहर भर में अच्छा बनके घूमता है 



हास्य कवि / शायर ....

(जयदेव जोनवाल)

सोमवार, 13 मई 2013

सिखाया आपका पढाया आपका हमेशा याद रहता है

सिखाया आपका पढाया आपका हमेशा याद रहता है
होता है मुकम्मल उसका जहाँ
जिसके ऊपर उनके बुजुर्गो का हाथ रहता है


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

वो मेरे सब्र का इम्तेहान लेती है

वो मेरे सब्र का इम्तेहान लेती है
और एक मैं हूँ जो उसकी मोहब्बत का सैलाब
अपने दिल में दबाये बैठा हूँ


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

घर की दररो दिवार पर तेरा ही चर्चा है

घर की दररो दिवार पर तेरा ही चर्चा है
मैंने कल रात बिताई थी साथ इनके तेरी गुफ्तगू में


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

वो उम्रभर मुझको नसीहत देते रहे

वो उम्रभर मुझको नसीहत देते रहे
और मैं सुधरा कभी तो उसके जाने के बाद .

हास्य कवि /शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

बदनाम गलियों से नाम हो गया
मैं भी अब चर्चा-ऐ - सरेआम हो गया
जो लगाते थे कलतक मुझको गले
उन्ही के लिए आज में अनजान हो गया


हास्य कवि /शायर ...

(जयदेव जोनवाल )




मंगलवार, 16 अप्रैल 2013

रात भर चाँद निहारता रहा उसको

रात भर चाँद निहारता रहा उसको
और अब सुबहा हुई तो सूरज ठहर गया है उसपर

हास्य कवि /शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

फलक से चाँद उतर आया है

फलक से चाँद उतर आया है 
यही-कही ज़मी पे किसी की तलाश में 


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

वो इशारों से कत्ल करती है

वो इशारों से कत्ल करती है 
सूना है उसने सारे शहर में कोहराम मचा रखा है 


हास्य कवि /शायर ....

(जयदेव जोनवाल )

रविवार, 14 अप्रैल 2013

अपने होसलो की उड़ान तुम यूँ ही बुलंद रखना

अपने होसलो की उड़ान तुम यूँ ही बुलंद रखना
वरना इंसान गिर जाये एक बार तो फिर कभी ऊपर उठता नहीं


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

गुरुवार, 11 अप्रैल 2013

रो -रोकर मर रहा हूँ, हँस -हँसके जी रहा हूँ

रो -रोकर मर रहा हूँ, हँस -हँसके जी रहा हूँ
मैं इस जिंदगी का कर्ज अपने लहूँ से अता कर रहा हूँ


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

बुधवार, 10 अप्रैल 2013

तुझसे मिलकर बात -बात हुई

तुझसे मिलकर बात -बात हुई
जब तू मेरे साथ हुई
वरना तेरे आने से पेहले
मैं जी रहा था मुर्दों की तरहा


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

उसके इशारों पे चलना बात बुरी तो नहीं है

उसके इशारों पे चलना बात बुरी तो नहीं है
वो कहे जो भी उसे मान लेना ये अच्छा भी तो नहीं है
लोग कहते है मुझे गुलाम उसका - गुलाम उसका
मगर जो ना हो गुलाम किसी का वो नाम मिलता भी तो नहीं है


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

आँखों में जो आँसू भर दे वो प्यार नहीं होता

आँखों में जो आँसू भर दे वो प्यार नहीं होता
जो कर दे रुसवा तुम्हारी चाहत को वो यार नहीं होता
मर जाते है मोहब्बत में लैला -मजनू
सिर्फ बातों से प्यार में कुछ  भी हासिल नहीं होता


हास्य कवि /शायर ....

(जयदेव जोनवाल )



शनिवार, 6 अप्रैल 2013

तोड़ दो दिल तुम मेरा तो अच्छा है

तोड़ दो दिल तुम मेरा तो अच्छा है
वरना इस इंतज़ार में रखा क्या है
मैं मरू यूँ रोज़-रोज़ तन्हाँ घुटकर
इस मौत से तेरी जुदाई का गम अच्छा है


हास्य कवि /शायर .....

(जयदेव जोनवाल )

दिल लगाकर दिल्लगी करना

दिल लगाकर दिल्लगी करना
तुम मुझे फिर अपनी जिंदगी करना
नहीं रखना कोई भी फासला तुम हमारे दरमिया
 इत्मीनान से तुम मेरी मोहब्बत की जांच-परख करना


हास्य कवि /शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

हाल अपना बताये तो वो रो देती है

हाल अपना बताये तो वो रो देती है 
ज़िक्र उनका सुने तो वो रो देती है 
बड़ी मासूम होती है ये मोहब्बत की रंगत भी 
ज़रा सी चुभन पर ये आँखों से समंदर उड़ेल देती है 


हास्य कवि /शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

हर सवाल का जवाब नहीं होता

हर सवाल का जवाब नहीं होता 
मोहब्बत में कुछ भी बेकार नहीं होता 
ये हिसाब किताब अच्छा है कागजो में 
दिल लगाकर किसी से फिर 
ये जमा , घटा,गुना, भाग याद नहीं रहता 


हास्य कवि / शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

नाम तेरी मोहब्बत के मैं ये अपनी जिंदगी कर दूँ

नाम तेरी मोहब्बत के मैं ये अपनी जिंदगी कर दूँ
तू कहे तो ज़रा फिर मैं खुद से खुदखुशी कर लूँ
है मेरा सच ये तेरी मोहब्बत का आईना
तू कहे तो ख़तम फिर मैं ये भ्रम अपना कर लूँ


हास्य कवि /शायर .....

(जयदेव जोनवाल )

शुक्रवार, 29 मार्च 2013

आईना टूट जाता है

आईना टूट जाता है
जो अगर हो कोई बेहतर उससे
लोग टुकरा देते है अक्सर सच्चाई को अपनी
मगर सच-सच ही रहता है हमेशा
भला कौन कैसे मुह मोड़ेगा अपनी हकीकत से


हास्य कवि /शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

जिंदगी में बात कुछ भी नहीं

जिंदगी में बात कुछ भी नहीं 
जो तू साथ नहीं तो कुछ भी नहीं 
मेरे होसलो की उड़ान है तुझसे 
जो तू नहीं तो मुझमें फिर रवानगी नहीं 


हास्य कवि /शायर ....

(जयदेव जोनवाल )

तेरे आगोश में दर्द भी मुस्कुराता है

तेरे आगोश में दर्द भी मुस्कुराता है 
तू अगर छू ले तो पत्थर भी जाग जाता है 


हास्य कवि /शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

चाँद को राख कर दे

चाँद को राख कर दे
तू अगर जिद पे अपनी आ जाये तो


हास्य कवि /शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

गुरुवार, 28 मार्च 2013

ख्याल खुद का रहे तो अच्छा


ख्याल खुद का रहे तो अच्छा
वरना यहाँ- कहाँ किसी को किसी की खबर है


हास्य कवि /शायर ...

(जयदेव जोनवाल)

मंगलवार, 26 मार्च 2013

ज़रा तुम खुद को संभाल कर रखना

ज़रा तुम खुद को संभाल कर रखना
लोग मिलते है दोस्त बनकर दुश्मन की शक्ल में


हास्य कवि /शायर ..

(जयदेव जोनवाल )

सारी खुदाई का वसीला तुझे

सारी खुदाई का वसीला तुझे 
मुझे तो बस थोड़ी सी जगह चाहिए तेरे दिल में 


हास्य कवि/ शायर ...

(जयदेव जोनवाल)

वक़्त पर मेरी हुकूमत चल नहीं सकती

वक़्त पर मेरी हुकूमत चल नहीं सकती
इसलिए हम दूर है मिलकर भी एक-दुसरे से



हास्य कवि /शायर ....

(जयदेव जोनवाल )

मिला जो वक़्त तो बात होगी

मिला जो वक़्त तो बात होगी
गर हम  ना रहे तो
 साथ तुम्हारे हमारी याद तो होगी


हास्य कवि/शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

शनिवार, 23 मार्च 2013

तुमको समझना आसन तो नहीं

तुमको समझना आसन तो नहीं 
एक उम्र चाहिए तुमको पढने के लिए 


हास्य कवि /शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

वक़्त मिले तो याद करना


वक़्त मिले तो याद करना 
अपने दिल में खुद के लिए प्यार रखना 
माना की ये दुनिया मतलबी ही सही 
मगर तुम भी तो कभी खुद से प्यार करना 

हास्य कवि / शायर .....

(जयदेव जोनवाल)

तेरे दर्द की दवा हम नहीं

तेरे दर्द की दवा हम नहीं 
है तू जिससे खफा वो हम नहीं 
हम तो करते है तुम्हारी सलामती की दुआ हरदम 
हम आपके दोस्त भले ना सही 
मगर हम आपके दुश्मन भी तो नहीं 

हास्य कवि /शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

गुरुवार, 21 मार्च 2013

आँख नम हो जाए तो क्या करे

आँख नम हो जाए तो क्या करे 
तू जो बहुत याद आये तो क्या करे 
यूँ तो हमने कब का मिटा दिया है 
तुझे अपने दिल से ..
मगर ये दिल अब भी तुझे चाहे 
तो हम क्या करे 

हास्य कवि /शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

झूठ को सच बनाना ना आया



झूठ को सच बनाना ना आया
हमें उनसे दिल लगाना ना आया
थे उनके लिए सब जरुरी इक हमारे सिवा
बस एक हमपे ही उनको कभी तरस ना आया


हास्य कवि / शायर ....

(जयदेव जोनवाल )

बुधवार, 20 मार्च 2013

खो दिया जिसको मोहब्बत में वो कभी अपना ना था



खो दिया जिसको मोहब्बत में वो कभी अपना ना था
हमने जिसको चाहा वो कभी अपना था
हम करते रहे हमेशा अपने प्यार का तमाशा
और जिसे इस दिल ने चाहा वो कभी हमको समझा ही ना था


हास्य कवि / शायर ..

(जयदेव जोनवाल )

तेरे माथे पे ये सिकन अच्छी नहीं


तेरे माथे पे ये सिकन अच्छी नहीं 
तुम मुस्कुराओ ये उदासी अच्छी नहीं 
ये गम और ये ना उम्मीदी के काफिले अब बहुत हुए 
अब तेरे रुख पर ये अमावस अच्छी नहीं 


हास्य कवि/ शायर ...

(जयदेव जोनवाल )

मंगलवार, 19 मार्च 2013

लफ्ज़ कम पड़ जाते है


लफ्ज़ कम पड़ जाते है
जब मैं करता हूँ तारीफ़ शुरू तेरी
हाँ कुछ तो बात होगी तुझमें
जो तुझे देखकर थम जाती है, ये सासे मेरी

हास्य कवि/ शायर ........

(जयदेव जोनवाल )

शुक्रवार, 15 मार्च 2013

वादे तमाम करते है


वादे तमाम करते है
लोग प्यार में किस्से हज़ार करते है
मगर फिर भी टूट जाते है
मोहब्बत के घर कुछ पलों में
और लोग फिर भी उम्रभर
साथ निभाने की बात करते


हास्य कवि /शायर ........

(जयदेव जोनवाल )

तेरी चोखट पे चला आता हूँ


तेरी चोखट पे चला आता हूँ
तू ठुकराता है मुझको हमेशा
और मैं फिर वापस लौट आता हूँ
ना तू थका है अभी मुझसे
और ना मैंने ही अभी हार मानी है
बस यूँ ही हमेशा मैं सबकुछ भुलाकार
तेरे पास आ जाता हूँ


हास्य कवि /शायर ........

(जयदेव जोनवाल )

उसके हाथो की खुशबु

उसके हाथो की खुशबु
है अबतक हाथो में मेरे
जब छुआ था
 उसने मुझको खबराकर
 राश्ते पे चलते हुए


हास्य कवि /शायर ........

(जयदेव जोनवाल ) 

दिल जब भी रोया तो खुलकर रोया

दिल जब भी रोया तो खुलकर रोया
मैं जब भी टुटा तो खुलकर टुटा
मैंने नहीं रखी कोई भी कसर बाकि
तेरी मोहब्बत में
तूने किया जब भी रुसवा मुझको
मैं रात में लिपटकर सोया


हास्य कवि / शायर ........

(जयदेव जोनवाल )

शनिवार, 2 मार्च 2013

दर बदर भटक कर तुमने दुनिया की ख़ाक छानी

दर बदर भटक कर तुमने दुनिया की ख़ाक छानी 
मगर जो है तुम्हारा , है जिसको तुम्हारे गम से गम 
उसे ही नहीं मिली तुम बस पल दो पल के लिए 



हास्य कवि / शायर ....

(जयदेव जोनवाल)

चेहरा देखकर हाल बता देते है


चेहरा देखकर हाल बता देते है
वो चुप रहे तो हम उनकी आवाज़ बता देते है
हम कुछ भी तो नहीं है उनके लिए
मगर फिर भी हम उनके
प्यार का एहसास बता देते है


हास्य कवि / शायर ............


(जयदेव जोनवाल )

शुक्रवार, 1 मार्च 2013

मैंने जिसको चाहा वो ही मेरा ना हुआ

मैंने जिसको चाहा वो ही मेरा ना हुआ
अब किसी और को अपना बनाने की
मुझमें हिम्मत नहीं



हास्य कवि/ शायर ......

(जयदेव जोनवाल ) 

गुरुवार, 28 फ़रवरी 2013

दिल में दर्द अपना छुपाकर हँसते है

दिल में दर्द अपना छुपाकर हँसते है 
बहुत खूब होते है वो लोग 
जो औरो के लिए जीया करते है 
वरना तो दुनिया भरी पड़ी है अपने मतलब के लिए 
ये पागल तो मुफ्त में बेमौल बिका करते है 


हास्य कवि / शायर ....

(जयदेव जोनवाल ) 

याद दिल में बसा के रखते है


याद दिल में बसा के रखते है
कुछ लोग हमको ख़ास लगते है
वो रहे पास या के दूर हमसे
मगर वो रवा हममें खुद का एहसास रखते है


हास्य कवि / शायर .......

( जयदेव जोनवाल)

गुरुवार, 21 फ़रवरी 2013

याद हर वक़्त करते है

याद हर वक़्त करते है 
हम तुझी पे मरते है 
तू समझे या ना समझे 
मेरे हाल-ऐ- दिल को 
वो तेरी मर्ज़ी सही 
मगर हम तो यूँ ही  
तुझपे ये जिंदगी 
अपनी कुर्बान करते है 


हास्य कवि / शायर ......

(जयदेव जोनवाल )

बुधवार, 20 फ़रवरी 2013

है दिखावा जो तेरा वो मोहब्बत है मेरी

है दिखावा जो तेरा 
वो मोहब्बत है मेरी 
तू जिसको ठुकरा रही है 
वो चाहत है मेरी 
नहीं गम है मुझको तेरी ठोकरों का 
बस है डर इतना की 
मुझको ठुकराकर तू खुद कही टूट ना जाये 


हास्य कवि / शायर ......

(जयदेव जोनवाल )

जगती आँखों से मैंने ये सपना देखा है


जगती आँखों से मैंने ये सपना देखा है
की मैंने तुझको अपनों बाँहों मं टूटते हुए देखा है
है हकीकत में जो नामुकिन सा मेरे लिए
मैंने वो खुवाब अपनी इन खुली आँखों से देखा है



हास्य कवि / शायर

(जयदेव जोनवाल )

किसी के प्यार पे एतबार करना सीखो


किसी के प्यार पे एतबार करना सीखो
तुम किसी पे मरके फिर जीना सीखो
जिंदगी की हर ख़ुशी फिर होगी तुमको हासिल
पहले तुम भी तो खुद
किसी का इस दिल से होना सीखो


हास्य कवि / शायर

(जयदेव जोनवाल )

आँख रोती है तो दिल परेशान होता है

आँख रोती है तो दिल परेशान होता है
तेरी जुदाई से हर लम्हा दुशवार होता है
है कैसा ये वक़्त का सिलसिला
तुझसे मिलकर होती है ख़ुशी जितनी
उतना ही गम तेरे बिछड़ने से होता है


हास्य कवि / शायर

(जयदेव जोनवाल )

रविवार, 10 फ़रवरी 2013

ख़याल उनका है अच्छा

ख़याल उनका है अच्छा 
सवाल उनका है अच्छा 
वो रहे साथ तो बेचैन ये दिल है 
और जो वो हो जाये 
जुदा हमसे तो तड़पता ये दिल है 


हास्य कवि / शायर ..............

(जयदेव जोनवाल )

वादे तमाम करते है


वादे तमाम करते है
लोग प्यार में किस्से हज़ार करते है
मगर फिर भी टूट है
मोहब्बत के घर कुछ पलो में
और लोग फिर भी उम्रभर
साथ निभाने की बात करते है


हास्य कवि / शायर ...........

(जयदेव जोनवाल)

बुधवार, 6 फ़रवरी 2013

दीदार तेरा जो कर ले तो चैन आता है


दीदार तेरा जो कर ले तो चैन आता है
हम तुझे इन आँखों में भर ले तो चैन आता है
है तड़पता तेरे बिन ये दिल बहुत
तू अगर हो जाये मेरे रूबरू तो हमको सुकून आता है


हास्य कवि / शायर ..............

(जयदेव जोनवाल )

करीब दिल के कोई आ जाये तो सम्भल जाना


करीब दिल के कोई आ जाये तो सम्भल जाना
प्यार अपना कोई जताए तो सम्भल जाना
उसके इकरार पे , उसके इनकार पे
वो अगर तुमको ठुकराये तो तुम सम्भल जाना


हास्य कवि / शायर ..............

(जयदेव जोनवाल )

तन्हा रात मुश्किल है


तन्हा रात मुश्किल है
बिन तेरे हर बात मुश्किल है
मैं करूँ कैसे बयाँ तेरी मोहब्बत को
तेरे बिना इस जिंदगी का साथ मुश्किल है


हास्य कवि / शायर ..............

(जयदेव जोनवाल )

रात ढल जाये तो अच्छा है

रात ढल जाये तो अच्छा है
तू जो याद आये तो अच्छा है
अब नहीं मुमकिन तेरा बिना
मेरा यूँ जिन्दा रह पाना
अब अगर तू ही मुझको
फ़ना कर जाये तो अच्छा है



हास्य कवि / शायर ..............

(जयदेव जोनवाल )

तारीफ तेरी मैं करूँ तो कैसे

तारीफ तेरी मैं करूँ तो कैसे 
तू है खुदाई अब तुझको 
मैं बयाँ करूँ तो कैसे 
लफ्ज़ कम पड जायेंगे तेरी तारीफ में 
तू खुद मुकम्मल है 
अब मैं तुझे और सवारू तू कैसे 


हास्य कवि / शायर ..............

(जयदेव जोनवाल )

शुक्रवार, 25 जनवरी 2013

दिल में प्यार कौन देखता है



दिल में प्यार कौन देखता है 
आँखों में इंतज़ार कौन देखता है 
कौन देखता है, अब प्यार को प्यार की नज़र से 
सब फरेबी है अब कौन कहाँ किसी 
के प्यार का इम्तेहान देखता है 


हास्य कवि / शायर ...........

(जयदेव जोनवाल)

उंगलिया लाख उठेंगी तुमपर

उंगलिया लाख उठेंगी तुमपर 
मगर फैसला तुमको करना है 
तुम बनोगी मेरी सब मुश्किलों को लाँघ कर 
या फिर तुम्हें इस दुनिया के इशारे पे चलना है 


हास्य कवि / शायर ...........

(जयदेव जोनवाल)

बुराईया लाख है तुममे


बुराईया लाख है तुममे
मगर फिर भी तुम मुझको अच्छी लगती हो
मैं करूँ प्यार तुम्हे या गिनू गलतिया तुम्हारी
मुझे तो हर हाल में तुम सच्ची लगती हो


हास्य कवि / शायर ...........

(जयदेव जोनवाल)

आँख मायूस हो जाये तो दिल क्या करे


आँख मायूस हो जाये तो दिल क्या करे
तू जो याद आये तो हम क्या करे
है बड़ा मुश्किल फिर मेरा सम्भल पाना
तेरी चोखट पे आकर फिर मैं ठहर जाऊं
तो पाँव क्या करे ???????????


हास्य कवि / शायर ...........

(जयदेव जोनवाल)

रोशनी से रोशन जहाँ करेगा



रोशनी से रोशन जहाँ करेगा
वो जब भी चलेगा तेरा घर
उजालो से भरेगा
हो चिराग अपना या हो पराया
वो जब भी चलेगा
सब अंधेरो को दूर कर देगा


हास्य कवि / शायर ...........

(जयदेव जोनवाल)

शनिवार, 12 जनवरी 2013

आँख शर्म से झुके तो अच्छा


आँख शर्म से झुके तो अच्छा
वरना इस बेहयाई में फायेदा क्या
हो ना घूँघट या पल्ला
तेरे सर पे तो कोई बात नहीं
वरना इस बेशर्मी में रखा क्या


हास्य कवि / शायर ......

(  जयदेव  जोनवाल )

जिस्म मिट्टी है



जिस्म मिट्टी है
और मिट्टी ही बन जायेगा
दिल ये सच्चा है
मरके भी तुझको चाहेगा
मैं भुला दूँ  तुझको कैसे
ये तू ही बता
मेरे होठो पे मरके भी
तेरा ही नाम आयेगा

हास्य कवि / शायर ......

(  जयदेव  जोनवाल )

साथ छुटेगा तो छुट ही जायेगा



साथ छुटेगा तो छुट ही जायेगा
हम बिछड़े तो बिछड़ ही जायेंगे
अब मैं कैसे करू , कैद इस वक़्त को
अपनी मुट्ठी में
तू जो छुटा तो मेरे हाथो से फिसल जायेगा


हास्य कवि / शायर ......

(  जयदेव  जोनवाल )

लोगो के मुह से निवाला छीन लेते है 
ये सियासी लोग है, कफ़न बेच देते है 
बेच देते है ये सबकुछ , चन्द टुकडो के लिए 
ये इंसानियत बेच देते है 



हास्य कवि / शायर ...

( जयदेव जोनवाल )

रविवार, 6 जनवरी 2013

आप होतो हम है



आप होतो हम है
वरना कहाँ हम है
है आपसे ही ये दुनिया हमारी
जो आप नहीं तो फिर कहाँ हम है


कवि / शायर ..

( जयदेव जोनवाल)

साथ फेरो में नहीं प्यार तो इस दिल में है



साथ फेरो में नहीं 
प्यार तो इस दिल में है 
कसमो- वादों में नहीं 
चाहत तो मोहब्बत में है 
हम है तबतक किसी के 
जबतक हम चाहे 
वरना इन दलीलों में रखा क्या है 


कवि / शायर ..

( जयदेव जोनवाल)

रात का अन्धेरा अब कहाँ मिटेगा



रात का अन्धेरा अब कहाँ मिटेगा
तुझे खो कर कहा
अब मेरी जिंदगी में उजाला होगा
मेरा जो भी था
वो मैंने खो दिया
अब मुझे तुझसे बेहतर
क्या और कोई मिलेगा


कवि / शायर ..

( जयदेव जोनवाल)

आईना तोड के आ जाओ


आईना तोड के आ जाओ
तुम ये शहर छोड़ के आ जाओ
दुरिया जितनी भी है
वो अब तो कम हो
तुम अब सब पिंजरे तोड़कर आ जाओ

कवि / शायर ..

( जयदेव जोनवाल)

आईना तोड के आ जाओ


आईना तोड के आ जाओ
तुम ये शहर छोड़ के आ जाओ
दुरिया जितनी भी है
वो अब तो कम हो
तुम अब सब पिंजरे तोड़कर आ जाओ

कवि / शायर ..

( जयदेव जोनवाल)

फासले सब मिटा दो तो कोई बात बने

फासले सब मिटा दो 
तो कोई बात बने 
रात तब रात है 
जब साथ में तू हो 
वरना इस चाँद की क्या औकात 
की ये हमसे खूबसूरती का तकाज़ा करे 


हास्य कवि / शायर ......

( जयदेव जोनवाल )

शुक्रवार, 4 जनवरी 2013

हम तेरा इंतज़ार करते है

हम तेरा इंतज़ार करते है 
रोज़ यूँ ही सुबहा से शाम करते है 
तू आयेगा ये इस दिल को यकी है 
इसलिए हम तुझपे एतबार करते है 



हास्य कवि / शायर ....

( जयदेव जोनवाल )

वक़्त का भरोसा अब क्या कीजे


वक़्त का भरोसा अब क्या कीजे
हर मोड़ पे वहशी है
अब अपनी इज्जत को कैसे बचा लीजे
है इंसान की शक्ल में भेडिये सभी
अब सही और गलत का
कैसे तकाज़ा कीजे


हास्य कवि / शायर .....

( जयदेव जोनवाल )

हाथ मिलकर ना जुदा हो


हाथ मिलकर ना जुदा हो
कुछ ऐसा काम करो
रात ढलती होतो, सुबहा तुमसे हो
तेरे पहलु में मेरी
 जिंदगी की शाम को हो


हास्य कवि / शायर .....

( जयदेव जोनवाल )

गुरुवार, 3 जनवरी 2013

प्यार दिल में रखकर मैं खामोश रहता हूँ


प्यार दिल में रखकर
मैं खामोश रहता हूँ
मैं तेरा साया हूँ
तेरे साथ रहता हूँ
हाले -ऐ - दिल
मेरा तुझसे कह पाना
ज़रा मुश्किल है
मैं तेरे सामने होकर भी
तुझसे अजनबी रहता हूँ


हास्य कवि / शायर .....

( जयदेव जोनवाल )

मुझको रुलाना तेरे लिए आसान है

मुझको रुलाना तेरे लिए आसान है
मगर तुझको मनाना मेरे लिए मुश्किल
प्यार को मेरे तू पागलपन कहती है
मगर मेरे इस पागलपन को समझ पाना
तेरे लिए मुश्किल ..


हास्य कवि / शायर .....

( जयदेव जोनवाल )