सोमवार, 1 सितंबर 2008

कविता

कवि की कल्पना ओ से कविता जनम लेती है
बन जाती है , वो खुबसूरत , जो हो उसमें हुस्न और इश्क शामिल
रहती है , वो यादो में नया इतिहास रचती है

कवि -----------------------------------
कोई लड़की अगर देखो तो कविता उसमें दिखाई दे
चेहरे से चांदनी छलके , होठो से मय का समंदर
नैन काजल से काले हो , जुल्फों में सारा ज़माना
रहो तुम देखते उसको, वो हरपाल तुमको याद रहती है
कवि ---------------------------------------
जो लग जाए प्यार का चस्का तो कविता रंग बदलती है
बने पल में सब बेगाने, खुदा को वो भुला दे
ये ही है , दस्तूर मोहब्बत का ये दुनिया बदलती है

कवि ----------------------------------------------

न समझे कोई कवियों को करे बस तारीफ कविताओ की
कोई तो ये ज़रा कह दे , हम है तेरे
तेरा हम हाथ थामेंगे , रहेंगे बस हमेशा तेरे
तेरी ही कविताओ में समायेंगे , बनेगे शब्द हम तेरे
तेरी कलम जो कहती है

कवि ----------------------------------

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