सोमवार, 14 नवंबर 2011

तेरी यादो को मैं कभी भुला न सका

तेरी यादो को मैं कभी भुला न सका
बिछड़ा तो तुझसे मगर
बिछड़ ना सका ........
तेरा प्यार यूँ तो जिन्दगी था मेरी
मगर तेरी ख़ुशी के लिए तुझसे बिछड़ना पड़ा
आज याद करके तुझे.....
भर आते है अक्सर ये आंसू मेरी आँखों में
मैं खुद को तो आज भी समझा लू.
मगर इन अश्को को मैं कभी समझा न सका
तेरी यादो को मैं कभी भुला ना सका....

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