सावन के मौसम में जो ना बरसा
वो इंतज़ार है तु ..
और जो मेरी आँखों से बह गया
वो प्यार है तू ..
तेरा नशा यूँ तो उतर जाता
मगर मैं ही ज़रा इस दिल से बीमार हूँ
वो इंतज़ार है तु ..
और जो मेरी आँखों से बह गया
वो प्यार है तू ..
तेरा नशा यूँ तो उतर जाता
मगर मैं ही ज़रा इस दिल से बीमार हूँ
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