तुझसे मिलता हूँ
तो इस दिल को सुकून आता है
होठ हँसते है
इन आँखों में तेरा चेहरा ठहर जाता है
मैं मांगू और खुदा से अब क्या
मुझे अब तेरे सिवा कुछ भी तो नज़र नहीं आता है
तो इस दिल को सुकून आता है
होठ हँसते है
इन आँखों में तेरा चेहरा ठहर जाता है
मैं मांगू और खुदा से अब क्या
मुझे अब तेरे सिवा कुछ भी तो नज़र नहीं आता है
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