तेरे आने का इंतज़ार है
तेरे जाने से ये दिल बेक़रार है
करीब जो तू था
तो बेचैनिया थी मेरे अन्दर
और आज जो तू दूर है
मुझसे तो तेरा मुझपर इख्तियार है
हास्य कवि/ शायर ...
(जयदेव जोनवाल )
तेरे जाने से ये दिल बेक़रार है
करीब जो तू था
तो बेचैनिया थी मेरे अन्दर
और आज जो तू दूर है
मुझसे तो तेरा मुझपर इख्तियार है
हास्य कवि/ शायर ...
(जयदेव जोनवाल )
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