उम्र प्यार की कभी पूरी नहीं होती
ये समंदर है चाहत का
इसकी दुरी जिंदगी भर तय नहीं होती
यूँ तो उसे पाना मेरे हाथ में है
मगर सिर्फ मेरे सोचने से वो मेरी नहीं होती
हास्य कवि / शायर ...
(जयदेव जोनवाल )
ये समंदर है चाहत का
इसकी दुरी जिंदगी भर तय नहीं होती
यूँ तो उसे पाना मेरे हाथ में है
मगर सिर्फ मेरे सोचने से वो मेरी नहीं होती
हास्य कवि / शायर ...
(जयदेव जोनवाल )
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