अजीब सी हलचल दिल में है आजकल
ऐसा लगता है की जैसे कुछ चल रहा है अन्दर
आजकल बिना किसी बात के..
कभी मैं बहुत खुश तो कभी उदास हो जाता हूँ
पता नहीं है क्यूँ मेरे साथ..
ऐसा हो रहा है आजकल
अजीब सी हलचल दिल में है आजकल
कुछ लोग कहते है की ये प्यार है
कुछ कहे ये दीवानगी है मेरी
मैं पागल हो गया हूँ.
अगर ये सच है.......
तो क्यूँ मैं जिन्दा हूँ आजतक
अजीब सी हलचल है दिल में आजकल
कहने को तो ये सारी दुनिया है "जय" अपनी
और तू हिस्सा है इसका
मगर फिर भी क्यूँ तू...
जुदा है सा है , इनसे आजतक
अजीब सी हलचल दिल में है आजकल
यूँ तो सब है मेरे
और मैं हूँ सबका
मगर फिर क्यूँ तू उस एक शख्स पर
ही ठहरा हुआ है आजतक
अजीब सी हलचल दिल में है आजकल
ये माना की आज जिन्दगी
कल जैसी ना रही .
मगर जो कुछ भी बदला ..
उसे क्यूँ तू "जय " एतमाद ना कर पाया आजतक
अजीब सी हलचल दिल में है आजकल
2 टिप्पणियां:
sundar !
Dhyanyadvaad.
एक टिप्पणी भेजें