उंगलिया लाख उठेंगी तुमपर
मगर फैसला तुमको करना है
तुम बनोगी मेरी सब मुश्किलों को लाँघ कर
या फिर तुम्हें इस दुनिया के इशारे पे चलना है
हास्य कवि / शायर ...........
(जयदेव जोनवाल)
मगर फैसला तुमको करना है
तुम बनोगी मेरी सब मुश्किलों को लाँघ कर
या फिर तुम्हें इस दुनिया के इशारे पे चलना है
हास्य कवि / शायर ...........
(जयदेव जोनवाल)
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