गम इस कदर मिला के घबराकर पी गये
खुशी थोड़ी सी मिली जो मिलाकार पी गये
गम इस कदर मिला के....................
यूँ ना थे जनम से शराबी ऐ- साकी
टूटे थे मोहब्बत में खाई थी ऐसी चोट
अश्को को जो पीया तो शराबी हो गये
गम इस कदर मिला के..........................
चाहत से सीचते थे हम मोहब्बत की हर खुशी
और उनकी हर खता को हमने हँसी में भुला दिया
और वो थे बेवफा, बेवफाई निभा गये
गम इस कदर मिला के घबराकर पी गये
खुशी थोड़ी से मली जो मिलकर पी गये
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