आँख रोती है तो दिल परेशान होता है
तेरी जुदाई से हर लम्हा दुशवार होता है
है कैसा ये वक़्त का सिलसिला
तुझसे मिलकर होती है ख़ुशी जितनी
उतना ही गम तेरे बिछड़ने से होता है
हास्य कवि / शायर
(जयदेव जोनवाल )
तेरी जुदाई से हर लम्हा दुशवार होता है
है कैसा ये वक़्त का सिलसिला
तुझसे मिलकर होती है ख़ुशी जितनी
उतना ही गम तेरे बिछड़ने से होता है
हास्य कवि / शायर
(जयदेव जोनवाल )
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