गुरुवार, 22 नवंबर 2012

खुवाब जलते- सुलगते रहे

खुवाब जलते- सुलगते रहे
हम तेरी याद में रातभर मचलते रहे
तू बेवफा है, ये बात इस दिल को गवारा ना हुई
हम सारी रात तेरी सफाई के सुबूत इकठ्ठा करते रहे 

दर मेरे यार का मेरी इबादत है

दर मेरे यार का मेरी इबादत है
वो खुदा की ये खुदा बड़ी मुश्किल है
उसको देखा भी नहीं और इसको देखा है
चल वो झूठा ही सही
पर ये तो हकीकत है 

मेरी खामोसी को सज़ा देती हो

मेरी खामोसी को सज़ा देती हो
तुम मुझे ना बोलू तो बेवफा कहती हो
मैं चुप हूँ तो सब खैरियत से है
जो अगर ये लब खोले
तो तुम बेपर्दा होती हो 

बुधवार, 21 नवंबर 2012

तेरे माथे पे सिकन अच्छी नहीं

तेरे माथे पे सिकन अच्छी नहीं
तुम मुस्कुराओ ये उदासी अच्छी नहीं
ये गम और ये ना-उम्मीदी के काफिले अब बहुत हुए
अब तुम्हारे रुख पे ये अमावस अच्छी नहीं 

तुम मेरी होके या नहीं ये तुमको पता है

तुम मेरी होके या नहीं
ये तुमको पता है
मैं तुम्हारा ही हूँ, ये ज़माने भर को पता है
तुम भले छुपा लो मुझे दुनिया की नज़र से
मगर मेरे हालात पे तेरा जिक्र लिखा है 

तुम मुझे प्यार करो तो मैं जी पाऊ

तुम मुझे प्यार करो तो मैं जी पाऊ
तुम मेरा साथ दो तो, मैं दो कदम चल पाऊ
तेरे बिना मैं कुछ भी तो नहीं हूँ
तुम अगर मेरी हो जाओ
तो मैं भी कुछ बन पाऊ

मेरी गलतियों को तुम माफ़ करना

मेरी गलतियों को तुम माफ़ करना
मेरा तुम ही इन्साफ करना
माना की गुनाह गहरे है, मेरे
मगर ऐ - दोस्त तुम ही
मेरे इस दर्द की दवा करना 

शुक्रवार, 9 नवंबर 2012

मुझको बर्बाद भी किया तेरे इश्क ने

मुझको बर्बाद भी किया तेरे इश्क ने
मुझको आबाद भी किया तेरे इश्क ने
मेरा नाम भी हुआ तुझसे
और मुझे बदनाम भी किया तेरे इश्क ने 

फूल पत्थर पे नहीं खिलते

फूल पत्थर पे नहीं खिलते
लोग महफ़िल में नहीं मिलते
यूँ तो ज़माना भरा पड़ा है लोगो से
मगर जो इस दिल को भा जाए
वो लोग ढूंढने से भी कही मुझको नहीं मिलते 

दिल ना माना तो प्यार करना पड़ा

दिल ना माना तो प्यार करना पड़ा
जानता था मैं की तू फरेबी है
मगर फिर भी मुझे तुझपर एतबार करना पड़ा 

दिल को तोड़ने का अंजाम ये आंसू है



दिल को तोड़ने का अंजाम ये आंसू है 
तुझको प्यार करने का सिला ये आंसू है 
तेरे बिना जीना ज़रा मुश्किल था 
तो तेरी याद में यूँ तड़पके मरने का सिला 
ये मेरे आंसूं है।।।

ज़िन्दगी तेरे प्यार में अच्छी है


ज़िन्दगी तेरे प्यार में अच्छी है
जो तू है तो हर खुशी अच्छी है
अब तेरे बिन रह पाना ज़रा मुश्किल है
पास जो तू हो तो
 ये शाम की रौनके अच्छी है