मेरे दिल में तेरे राज़ रहने दे
तू भले मुझको भुला दे
मगर ये एहसास रहने दे
मेरे ये आंसू बड़ी मुश्किल से रुके है
अब इस समंदर को यूँ ही खामोश रहने दे
तू भले मुझको भुला दे
मगर ये एहसास रहने दे
मेरे ये आंसू बड़ी मुश्किल से रुके है
अब इस समंदर को यूँ ही खामोश रहने दे
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें